देहरादून। उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हो रहे विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो के लिए परेड ग्राउंड में सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस भव्य आयोजन का उद्घाटन कल (बृहस्पतिवार) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय आयुष मंत्री प्रताप राव जाधव द्वारा किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश-विदेश से आयुर्वेद विशेषज्ञों की भारी भागीदारी रहेगी और इसमें कुल 6500 से अधिक डेलीगेट्स ने पंजीकरण कराया है।
इस चार दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए विचार-विमर्श करना है। इसके साथ ही आयुर्वेद विशेषज्ञ 600 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे, जो आयुर्वेद के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे। सम्मेलन के दौरान इंटरनेशनल असेंबली का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें प्रमुख आयुष चेयर के प्रतिनिधि आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। इस असेंबली में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फ्रांस, जर्मनी, और कई अन्य देशों के डेलीगेट्स शामिल होंगे।
12 से 14 दिसंबर तक हर दिन असेंबली का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस एक्सपो में आयुर्वेद फार्मा कंपनियों द्वारा 300 स्टॉल लगाए जाएंगे, और 12 आयुष क्लीनिक भी आम लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए कार्यरत रहेंगे।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “उत्तराखंड का सौभाग्य है कि वह आयुर्वेद के इस विश्व स्तरीय कार्यक्रम की मेज़बानी कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों से यह आयोजन निश्चित तौर पर आयुर्वेद के क्षेत्र में और प्रगति की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”