चारधाम यात्रा 2025 को लेकर आपदा प्रबंधन की बड़ी तैयारी, 24 अप्रैल को होगा मॉक ड्रिल

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 का आगाज 30 अप्रैल से होने जा रहा है. यात्रा को लेकर उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं. किसी भी संभावित आपदा का प्रभावी तरीके से सामना करने और चारधाम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 24 अप्रैल को चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा.

24 अप्रैल को होगा चारधाम यात्रा को लेकर मॉक ड्रिल

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने शनिवार को आईटी पार्क स्थित यूएसडीएमए बिल्डिंग में मॉक ड्रिल को लेकर विभागीय स्तर पर तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए. सचिव ने कहा कि चार धाम यात्रा के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि वे एक सुरक्षित वातावरण में अपनी चारधाम यात्रा पूरी करें.

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चारधाम यात्रा की तैयारियों को किया जा रहा पुख्ता

सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आपदा प्रबंधन विभाग सभी तैयारियों को पुख्ता कर रहा है. यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे. सचिव ने कहा यात्रा को लेकर सभी रेखीय विभागों के साथ चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं. उसी के अनुरूप विभागों द्वारा अपनी तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है.

SOP तैयार करने के दिए निर्देश

सचिव ने बताया कि सभी जिलों को आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से चारधाम यात्रा के लिए आपदा प्रबंधन योजना और एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए हैं. सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल भी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समन्वय से चारधाम यात्रा के सफल और सुचारू संचालन के लिए मॉक ड्रिल की गई थी. एनडीएमए द्वारा कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए थे, जिन्हें पिछले साल की चारधाम यात्रा में शामिल किया गया और यात्रा सफलतापूर्वक संचालित की गई.

सात जिलों में की जाएगी चारधाम यात्रा को लेकर मॉक ड्रिल

सचिव ने बताया कि यह मॉक ड्रिल सात जिलों में की जाएगी. मॉक ड्रिल में विभिन्न जिलों की चार धाम यात्रा संचालन को लेकर तैयारियां को धरातल पर परखा जाएगा. इस दौरान विभिन्न जिलों में अलग-अलग आपदाओं को लेकर सिनेरियो जनरेट किए जाएंगे और यह देखा जाएगा की राहत और बचाव दलों द्वारा कितनी तवरित गति से कार्य किया गया. इसके अलावा कहां कमियां रहीं. जहां-जहां भी कमियां रहेंगी, उन्हें दुरुस्त कर चारधाम यात्रा संचालन को लेकर प्रभावी रणनीति बनाई जाएगी.

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