केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में सुरक्षा और विकास की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के बाद गृह मंत्री शाह ने कहा कि नक्सल एरिया में अंतिम प्रहार किया जाएगा। मार्च 2026 तक हम नकस्लवाद को खत्म कर देंगे।
उन्होनें कहा कि अगर अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है तो नक्सलवाद को खत्म करना होगा। LWE के सामने लड़ने के लि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कानून को लागू करना जरुर है। 30 साल के बाद पहली बार वामपंथी उग्रवाद से मरने वाले लोगों की संख्या 100 से कम रही है।
LWE से लड़ाई अब अपने अंतिम चरण पर
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अमित शाह ने कहा कहा कि LWE से लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में है। 2026 तक मार्च में ये देश इस दशकों पुरानी समस्या से मुक्ति पा लेगा। LWE का 85 फीसदी कैडर स्ट्रैंथ छत्तीसगढ़ में सिमट कर रह गया है। छत्तीसगढ़ में जनवरी से लेकर अब तक 194 मारे गए, 801 ने हथियार छोड़े और 742 नक्सलियो ने सरेंडर किया।
हथियार छोड़िए और मुख्यधारा से जुड़िए
उन्होनें कहा कि मैं दोबारा नक्सलियों से अपील करता हूं हथियार छोड़िए और मुख्यधारा से जुड़िए। राज्यों में हमने राज्य पुलिस और ज्वाइंट टास्क फोर्स गठित की है, लेकिन इनकी हेरारकी पर भी काम करना है। नकस्ली ऑपरेशन के लिए आज 12 हेलीकॉप्टर, 6 बीएसएफ के और 6 एयरफोर्स के जवानों को बचाने के लिए तैनात है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को बधाई
शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और उनकी टीम को बधाई देना चाहता हूं कि अगस्त से अब तक लगभग 194 नकस्ली मारे गए हैं। जो युवा नक्सलवाद से आज भी जुड़ें हैं उनसे विनती है कि हिंसा छोड़िए और मुख्यधारा में आइये। नक्सलवाद से किसी का भला नहीं होने वाला है। सरकार क्षमता निर्माण का एक संयुक्त अभियान चलाया जाएगा। करीब 3 गुना बजट सुरक्षा संबंधी व्यय स्कीम का बढ़ा है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए मुख्य योजना है।