उत्तराखण्ड प्रांतीय सिविल सेवा- 2021 (UKPCS) में चयनित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकत कर उत्तराखंड में लागू किए सख्त नकल विरोशी कानून की सरहाना की है.
UKPCS में चयनित अभ्यर्थियों ने की सीएम धामी से मुलाकात
अभ्यर्थियों के अनुसार इस कानून ने परीक्षाओं को कैलेंडर के अनुसार तेजी से निष्पक्षता से आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अभ्यर्थियों के कहना है कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में योग्य अभ्यर्थियों का चयन सुनिश्चित हुआ है. अभ्यर्थियों ने कहा मुख्यमंत्री द्वारा महिला आरक्षण को उचित नीति का भी सकरात्मक असर देखा गया है. इसके चलते सिविल सेवा में महिलाओं भागीदारी बढ़ी है.
Also Read
- उत्तराखंड में चार दिवसीय विश्व आयुर्वेद कांग्रेस का भव्य आगाज, 54 देशों के विशेषज्ञ जुटे, 600 शोध पत्रों के साथ आयुर्वेद चिकित्सा पर मंथन
- नए साल में जाम से राहत: देहरादून में बन रही नई पार्किंग, 285 वाहनों के लिए जगह
- पीआरडी जवानों की बेटियों की शादी के लिए ₹50,000 सहायता, मातृत्व अवकाश समेत कई बड़े फैसले की घोषणा
- ओएनजीसी से सेवानिवृत्त इंजीनियर की बेरहमी से हत्या, पेट पर कई वार कर चाकू से की हत्या
- मुख्यमंत्री धामी का बड़ा फैसला: निर्धन परिवारों के शव को एंबुलेंस से घर पहुंचाने की होगी व्यवस्था
सीएम धामी ने दी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं
अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा कैलेंडर अब समय पर जारी हो रहा है. इसके साथ ही सभी परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता के साथ संपादित की जा रही हैं. मुख्यमंत्री धामी ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दीं. इसके साथ ही उनसे प्रदेश हित में पूरी निष्ठा और कुशलता के साथ कार्य करने की अपेक्षा व्यक्त की. सीएम धामी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी चयनित अभ्यर्थी अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी और समर्पण के साथ करेंगे.