देहरादून। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हरिद्वार और उधमसिंह नगर में मातृ मृत्यु दर में सुधार के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं की एएनसी (प्रसव पूर्व देखभाल) के लिए की जाने वाली विजिट की ट्रैकिंग करने को कहा है।
सोमवार को सचिवालय में एसडीजी इण्डेक्स 2023-24 के तहत विभिन्न इण्डेक्स में सुधार के संबंध में नियोजन विभाग के साथ मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान मुख्य सचिव ने एसडीजी इण्डेक्स 2023-24 के तहत उत्तराखंड में मातृ मृत्यु दर में सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग को 104 के माध्यम से एएनएम की ओर से गर्भवती महिलाओं की एएनसी (प्रसव पूर्व देखभाल) के लिए की जाने वाली विजिट की ट्रैकिंग के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा में दिव्यांग बच्चों की भागीदारी में सुधार के लिए प्रदेश में शिक्षा से वंचित दिव्यांग बच्चों की गणना के निर्देश दिए। उन्होंने उनके लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था के लिए एनआईवीएच सहित चार प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों की सहायता लेने के निर्देश दिए हैं।
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मुख्य सचिव ने एसडीजी इण्डेक्स के तहत निजी क्षेत्र में प्रबन्धकीय पदों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लक्ष्य के सम्बन्ध में श्रम विभाग को नोडल बनाते हुए इस सम्बन्ध में सर्वेक्षण व डेटा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं। महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा के मामलों पर मुख्य सचिव ने पुलिस विभाग को महिला हेल्प डेस्क पर आने वाली प्रताड़ित महिलाओं को सेफ हाउस में रखने और उनके अभिभावकों की काउसिंग की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने राज्य में आत्महत्या के मामलों के संबंध में पुलिस विभाग को आयु के अनुसार आत्महत्या के आंकड़ों की जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए, ताकि टारगेटेड अप्रोच के साथ इस दिशा में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की जा सके। अनुसूचित जातियों के खिलाफ हिंसा के मामलों में मुख्य सचिव ने प्रभावी जांच एवं ससमय क्षतिपूर्ति वितरण के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में नियंत्रण के संबंध में परिवहन विभाग को नोडल बनाते हुए ब्लैक स्पाॅट, क्रैश बैरियर से संबंधित डेटा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, डॉ. आर राजेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।